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अपर सर्किट और लोअर सर्किट शेयर बाज़ार में क्या होता है - What is upper circuit and lower circuit in share market

    शेयर मार्केट में आपने Upper Circuit और Lower Circuit शब्द सुना होगा । बहुत से लोगो को यह शब्द का meaning नहीं पता होता है की "What is upper circuit and lower circuit in share market" आज हम जानेंगे इसके बारे में । पहले तो आपको यह जानना चाइए की Share Market में दो तरह के Circuit होते है । पहला है Upper Circuit और दूसरा Lower Circuit है ।

    What is upper circuit and lower circuit in share market

    Upper Circuit और Lower Circuit का पूरा कॉन्सेप्ट बाज़ार में शेयर की Movement पर है । मतलब की शेयर बाज़ार में काफी उतार चढ़ाव रहते है इसलिए सभी शेयर मे खरीदी और बिकवाली रहती है । जिसकी वजह से शेयर की कीमत में बदलाव होता रहता है । अगर शेयर की डिमांड बढ़ेगी तो उसकी कीमत उपर जाएगी और अगर डिमांड कम होगी तो शेयर की कीमत गिरेगी । 

    उपर सर्किट क्या होता है ? (What is upper circuit) :

    सरल शब्दों में आपको समझाए तो Upper Circuit तब लगता है जब शेयर कि कीमत अचानक बहुत ज्यादा बढ़ जाती है । आइए इसको Example के साथ समझे :
    Example :
    upper circuit
    यहाँ दिए गए फोटो में आप देख सकते है की कंपनी का शेयर 125 रुपये से उप्पर जाना शुरू हुआ मतलब की कंपनी की डिमांड ज्यादा हुई और इस शेयर में खरीदी करने के लिए इन्वेस्टर्स ज्यादा आये बाद में यह शेयर देखते ही देखते 141 रुपये तक पहुच गया ।


        उसके बाद आप देख सकते है की एक सीधी रेखाए शेयर में बन रही है मतलब की वहा से शेयर में उपर सर्किट (Upper Circuit) लगा हुआ है मतलब की उस शेयर में सभी Buyers है कोई Seller नही है सिर्फ खरीदी हो रही है बिकवाली नही हो रही है 

        इसको इस तरह से सम्जिये की अगर आपके पास कोई कंपनी का शेयर है और उस कंपनी के लिए कोई बड़ी न्यूज़ आती है को कंपनी के लिए काफी अच्छी है या तो कंपनी ने बड़ा प्रॉफिट किया है तो यू समझिए की सभी निवेशक उस कम्पनी के प्रति आकर्षित होंगे मतलब की लोग ज्यादा से ज्यादा उस कम्पनी के शेयर खरीदेंगे । लोग जितना ज्यादा share खरीदेंगे उतनी ज्यादा कीमत उस शेयर की बढ़ती जाएगी । आगे चलकर ज्यादा कुछ गडबड ना हो इसको ध्यान में रखते हुए सेबी ने Upper Circuit का प्रावधान किया । मतलब की अगर शेयर की कीमत 15 या 20 फीसदी ज्यादा होती है तो उस share में upper circuit लगाया जाता है और उस share में कुछ समय के लिए trading रोक दी जाती है । 

    लोअर सर्किट क्या होता है ? (What is Lower circuit)  :

    लोअर सर्किट को समजते तो जब किसी भी कंपनी की डिमांड कम हो जाती है मतलब की सभी लोग जो शेयर खरीद कर बेठे है वो उस शेयर की बेच रहे है मतलब की बिकवाली कर रहे है तब लोअर सर्किट लगता है । आइए इसको Example के साथ समझे :
    Example:
    lower circuit

    इस फोटो में आप देख सकते है की एक कम्पनी का शेयर 105 रुपये के आस पास चल रहा होता है जो दुसरे दिन 94 रुपये के पास आपको दिखेगा मतलब की इस शेयर में बिकवाली हो रही है । अब यहाँ आप देखोगे की वहा निचे सीधी रेखाए बनी हुई है मतलब की उस शेयर में Lower circuit लगा हुआ है मतलब की उस शेयर में सभी सेलर्स है जिसकी वजह से शेयर की कीमत अचानक बहुत ज्यादा गिर ना जाए या तो उसकी कीमत शून्य ना हो जाए इस लिए लोअर सर्किट लगाया जाता है और ठीक वैसे ही upper circuit की तरह कुछ समय के लिए उस शेयर में trading को रोक दिया जाता है मतलब की कुछ समय के लिए उस शेयर में कोई खरीदी या बिकवाली नही कर सकता है  ।


        कही बार किसी वजह से शेयर बाज़ार में स्टॉक में उपर सर्किट और लोअर सर्किट लगता है जिसकी वजह से उस स्टॉक में लगातार कुछ दिनों तक सर्किट लगता रहता है और उसकी सर्किट रेंज में रहता है । दोस्तों , वैसे तो हम उस स्टॉक पर trading नहीं कर सकते जिसपर उपर सर्किट या लोअर सर्किट लगी हो पर ऐसा भी होता है की स्टॉक एक्सचेंज उस कम्पनी की सर्किट रेंज जो बढ़ा देता है और फिर से trading की जा सकती है ।
    • क्या आपको पता है IPO (आईपीओ) लिस्टिंग होने पर circuit नही होती ?
    जी हा आपने सही सूना है आपने देखा होगा की जब किसी कंपनी का IPO लिस्ट होता है तब उसकी प्राइस बैड बहुत ज्यादा बढती और घटती है । क्यूंकि उसमे कोई उपर सर्किट और लोअर सर्किट नही होती है पर हां यह बात भी आपको ध्यान में रखनी है की यह उपर सर्किट और लोअर सर्किट लिस्टिंग के वक्त की नही होती ।
    • कौन तय करता है Upper Circuit और Lower Circuit :
    आपको बता दे की Upper Circuit और Lower Circuit में कुछ नियम होते है । दोस्तों यहाँ पे जो इंडेक्स होता है उसकी Upper Circuit और Lower Circuit लिमिट सेबी (SEBI) करता है । अभी की  लिमिट 10% , 15% और 20% है । जब कभी यह लिमिट क्रॉस होजाती है तब trading को रोक दिया जाता है कुछ समय के लिए ।

        
        तो दोस्तों आपने यहाँ Upper Circuit और Lower Circuit के बारे में जाना अगर आपको यह जानकारी अछि लगी तो कृपया अपने दोस्तों के साथ शेयर करे ।



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